चीन जल्द ही एक ऐसी ट्रेन शुरु करने जा रहा हैं जो बिना पटरियों के ही सरपट दौड़ेगी । ये ट्रेन्स अद्दश्य पटरियों पर चलेंगी । चीन में वर्चुअल रेलवे ट्रैक पर चलने वाली इस नई तरह की ट्रेन की पहली झलक दिखाई गई ।चीन ने इस सेवा का नाम ऑटोनॉमस रैपिड ट्रांजिट (एआरटी) रखा हैं । २ जून को इसका पहली झलक दिखाई गई । यह ट्रेन ३० मीटर लंबी है और इसमें ऐसे सेंसर लगे हैं जो कि सड़क की लंबाई-चौड़ाई और विस्तार को खुद ही भांप लेंगे । इस सेंसर की मदद से ट्रेन बिना धातु की पटरियों के ही अपने रास्ते पर चल सकेगी । इस ट्रेन परियोजना पर काम कर रहे प्रमुख इंजिनियर फेग जियानहुआ के हवाले से इस बात की जानकारी दी । एआरटी की हर ट्रेन में ३०७ यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी । खबरों के मुताबिक जिस तरह बस सड़क पर आसानी से अपनी दिशा तय करती है, उससे भी कहीं ज्यादा आसानी से यह ट्रेन अपना रास्ता तय करेगी । इसकी अधिकत्तम रफ्तार ७० किलोमीटर प्रति घंटा है । एआरटी के पीछे इस्तेमाल की गई तकनीक चीन के रेलमेकर सीआरसीसी जिजो लोकोमोटिव ने विकसित की हैं । यही कंपनी चीन की तेज- रफ्तार रेलवे के पाट्र्स भी डिजाइन करती हैं । जानकारी के मुताबिक यह कंपनी २०१३ से ही एआरटी को विकसित करने की कोशिश कर रही थी । उम्मीद की जा रही है कि २०१८ तक इस पूरी तरह से शुरु कर दिया जाएगा । इस ट्रेन मंे बाकी ट्रेन्स की तरह स्टील के पहिये नहीं, बल्कि रबर के पहिये लगे हैं । इसके निर्माताओं का कहना है कि एआरटी को बनाने की तकनीक मेट्रो ट्रेन से ज्यादा सस्ती पड़ती हैं । जेरार्ड के मुताबिक उन्होंने बरो मार्केट तक आतंकियों का पीछा किया । आतंकी यहां बाजार में पहुंचकर अंधाधुंध लोगों पर वार कर रहे थे । जेरार्ड के अनुसार वह लोगों को खीचकर आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी दे रहे थे ।