सड़के किसी भी देश के लिए तरक्की की लकीर होती हैं ।यही वजह है कि सड़कों का निर्माण मोदी सरकार के एजेंडा में काफी उपर हैं । गुरुवार को भूतल-परिवहन मंत्री नीतिन गड़करी ने उम्मीद जताई कि सरकार देश में रोजाना ४० किलोमीटर हाईवे बनाने का लक्ष्य हासिल कर सकती है । राजधानी दिल्ली में गड़करी ने कहा कि सरकार का इरादा जल्द ही इस लक्ष्य को हासिल करने का हैं . उनका मानना है कि लक्ष्य हमेशा उंचा होना चाहिए । सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल देश में रोजाना २५ किलोमीटर हाईवे का निर्माण हो रहा हैं । गड़करी ने दोहराया कि मजबूत और टिकाऊ हाईवे बनाने के लिए सरकार कचरे का इस्तेमाल करेगी । इससे ना सिर्फ सड़कों की लागत घटेगी बल्कि देश में कचरा प्रबंधन भी सुधरेगा । हालांकि गड़करी ने ये नहीं बताया कि इस इरादे पर कब अमल शुरु होगा । गड़करी का कहना था कि सरकार ने ५०० करोड़ से ज्यादा का ठेका हासिल करने वाले कोन्ट्रेक्टर्स को पिछड़े तबके के गरीबों के लिए रोल चलाने, पानी डालने जैसे सड़क निर्माण से जुड़े कामो का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के लिए कहा हैं । उनके उनके मुताबिक इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा । गड़करी ने दावा किया कि उनकी सरकार नए आइडिया लाने वाले लोगों का सम्मान करेगी और भ्रष्टाचारियों के साथ सख्ती से निपटेगी । हालांकि मंत्रीजी ने उत्तराखंड में उनकी अपनी ही सरकार के साथ महकमे के विवाद पर चुप रहना ही बेहतर समझा । आरोप है कि पश्चिमी यूपी को कुमाउं से जोड़ने वाले एनएच-७४ के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ । जांच में ये घोटाला ३०० करोड़ रुपये से ज्यादा का पाया गया ।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की सीबीआई जांच का फैसला किया ।