भारत-पाकिस्तान सीमा पर पिछले कुछ दिनों से जारी तनाव के बीच रक्षामंत्री अरुण जेटली ने साफ किया है कि भारतीय सेना पिछले कुछ हफ्तों की तरह नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दबदबा बनाए रहेगी । जेटली का यह बयान उस समय आया जब भारतीय जवानों ने जम्मू कश्मीर के पुंछ और नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के संघर्षविराम उल्लंघन का जवाब देते हुए पाकिस्तान के पांच सैनिकों को मार गिराया । इससे पहले पाकिस्तानी सेना गुरुवार सुबह बिना किसी उकसावे के भारी गोलीबारी शुरु कर दी । जिसमें बोर्डर रोड ओर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के एक कर्मचारी की मौत हो गई थी, वहीं पांच अन्य घायल हुए थे । अरुण जेटली ने इसके साथ ही पाकिस्तान पर द्विपक्षीय शांति वार्ता के अनुकुल माहौल बनाने की सारी कोशिशों में रुकावट डालने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि कश्मीर की स्थिति जितना समझा जा रहा उससे बेहतर हैं । रक्षामंत्री का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे जेटली ने कहा कि भारत में तनाव कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं । लेकिन पाकिस्तान की तरफ से पठानकोट और उरी में आतंकी हमले और भारतीय सैनिकों से बर्बरता का जवाब आया । जेटली ने कहा कि भारत सरकार ने अतीत मंे हालात सहज बनाने के लिए अहम कदम उठाए । इसका सबूत है कि हमारे प्रधानमंत्री लाहौर में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार में एक समारोह में गए । तनाव कम करने के लिए सारे कदम उठाए गए । उन्होंने कहा कि ऐसी हर चीज का उलटा जवाब दिया गया और वार्ता के लिए जिस तरह का माहौल होना चाहिए पाकिस्तान ने उसे मनचाहे तरीके से रोका । नरेन्द्र मोदी सरकार ने तीन साल पूरे होने पर मीडिया को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा भारतीय सेना और बीएसएफ ने विदेशी आंतकवादियों या घरेलू आतंकवादियों द्वारा पैदा की जा रही मुश्किलों के बावजूद नियंत्रण रेखा पर दबदबा बना रखा हैं ।