कर्ज न चुकाने के कारण देश से भागे हुए कारोबारी विजय माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मुंबई में मौजूद हेडक्वॉर्टर को नीलाम करने की बैको की पांचवीं कोशिश भी नाकाम रही हैं । मुंबई के पॉश विले पार्ले एरिया में मौजूद किंगफिशर हाउस का रिजर्व प्राइस घटाने के बावजूद इसके लिए कोई खरीदार नहीं मिला । स्टेट बैंक ओफ इंडिया की अगुवाई वाले १७ लैंडर्स के कंसोर्शियम ने इस प्रोपर्टी का रिजर्व प्राइस १० पर्सेट घटाकर ९३.५० करोड़ कर दिया था । मार्च में हुई पिछली निलामी में इसका रिजर्व प्राइस १०३.५० करोड़ था । इससे पहले दिसम्बर की निलामी मं रिजर्व प्राइस ११५ करोड़ रुपये रखा गया था ।किंगफिशर हाउस को बेचने की कई कोशिशे असफल हो चुकी हैं । पिछले साल मार्च के बाद से इसके रिजर्व प्राइस में ३८ पर्सेट की कटौती के बावजूद इशके लिए खरीदार नही मिल सका हैं । एक बैंकर ने बताया कि प्रोपर्टी के लिए बायर्स की ओर से कई इनक्वायरी मिली थी । लेकिन उनमें से किसी ने भी निलामी के लिए बिड जमा नहीं कराई । बैकों ने पिछले साल मार्च में १५० करोड़ रुपये के रिजर्व प्राइस के साथ पहली बार इस प्रोपर्टी को नीलाम करने की कोशिश की थी। इसके बाद अगस्त मे रिजर्व प्राइस घटाकर १३५ करोड़ रुपये करने पर भी इसे बेचा नहीं जा सका था । बैकरों का कहना है कि इस प्रोपर्टी की काफी कारोबारी संभावनाएं हैं । क्योंकि यह एयरपोर्ट के नजदीक हैं। एक बैंकर ने बताया कि प्लॉट का कुल साइज २४०० स्क्वेयर मीटर का हैं और इसमे से केवल ४०० स्क्वेयर मीटर पर ही कंस्ट्रक्शन हुआ हैं । प्लोट के १६०० स्क्वेयर मीटर के एरिया पर डिवेलपमेंट किया जा सकता हैं । इसमें चार मंजिले पहले से मौजूद है और पांचवी मंजिल के निर्माण के लिए भी मंजूरी हैं । इससे प्रोपर्टी के री डिवेलपमेन्ट की काफी गुजाइश हैं । वर्ष अप्रैल में १७ लेंडर्स का कंसोर्शियम गोवा में मौजूद माल्या की एक अन्य प्राइम प्रोपर्टी, किंगफिशर विला को एक प्राइवेट ट्रीटी के जरिए बेचने में सफल रहा था ।