पीएम नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को असम में देश के सबसे बडे ढोला सदिया पुल का उद्धाटन किया । मोदी के साथ केन्द्रीय परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी मौजूद थे । उद्धाटन करने के बाद मोदी ने खुद पुल का जायजा लिया । उन्होंने गाडियों का काफिला रुकवाकर सुरक्षा कर्मियों को काफी पीछे छोडते हुए कुछ देरी तक अकेले ही पुल पर चहलकदमी की । बाद में उन्होंने पुल पर ही कुछ वक्त सोनोवाल और गडकरी के साथ बातचीत की । बता दें कि ९ किमी से ज्यादा लंबे तीन लेन वाले इस पुल के बन जाने से असम और अरुणाचलके बीच दुरी १६५ किमी कम हो जाएगी । इसके अलावा, आवाजाही में ५ घंटे का वक्त कम लगेगा । जानकार मानते है कि चीन के मद्देनजर इस पुल की बहुत ज्यादा अहमियत है । १९६२ की जंग के वक्त अरुणाचल सीमा के करीब सेना के हथियारों और दूसरे संसाधनों को पहुमचाने में काफी दिक्कत हुई थी । इस पुल के उपर से सेना के भारी-भरकम टैंक आसानी से गुजर सकते हैं । ऐसे में किसी संघर्ष की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के लिए यह पुल सेना के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा । बता दें कि इस पुल का निर्माण २०५६ करोड रुपये की लागत से हुआ है । इसके जरिए सदिया से ढोला तक सिर्फ ६० मिनट में सफर किया जा सकता है । इसके अलावा इसके जरिए असम और अरुणाचल में पर्यटन और रोजगार को भी बढावा मिलेगा । बता दें कि प्रधानमंत्री के तौर पर कामकाज संभालने के तीन साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को असम के दौरे पर ही रहेंगे और पुल के अलावा कई परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे । वह असम में एम्स और एक कृषि अनुसंधान की आधारशिला रखेंगे ।
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