पीएम मोदी ने देश के सबसे बडे ढोला-सदिया पुल का उद्धाटन किया । जहां पर उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया । इस दौरान इस पुल का नाम असम के मशहूर लोकगायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखने का ऐलान किया । मोदी ने कहा कि हजारिका पूरी जिंदगी ब्रह्मपुत्र नदी का गुणगान करते रहे । इसलिए आने वाली पीढ़ियों को उनके योगदान के बारे में याद दिलाते रहने के लिए केन्द्र सरकार ने यह फैसला किया हैं । मोदी ने स्थानीय भाजपा सरकार और सीएम की भी जमकर तारीफ की । बता दें कि भूपेन हजारिका सिर्फ बेहतरीन गायक ही नहीं बल्कि संगीतकार, गीतकार कवि और फिल्ममेकर भी थे । मोदी ने स्पीच की शुरुआत स्थानीय भाषा में की । साथ ही गुजरात का लोकल कनेक्शन बताना नहीं भूले ।मोदी ने कहा कि नोर्थ इस्ट के लोग बीते कई दशक से जिस पुल का इंतजार कर रहे थे वो उन्हें मिल चुका हैं उन्हें जश्न मनाना चाहिए । विकास को स्थाई रुप देने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर जरुरी हैं । इसलिए उनकी सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही हैं । मोदी ने ब्रिज की अहमियत बताते हुए कहा कि इससे अरुणाचल प्रदेश और असम जुड़ जाएगे , १६५ कीमी की दूरी कम हो जाएगी और जिंदगी के मूल्यवान ६-७ घंटे कम हो जाएगे । हर दिन सिर्फ ़डीजल के बचत से इस इलाके में लोगों का १० लाख रुपया बचेगा और कमाई में इजाफा होगा । मोदी के मुताबिक यह ब्रिज सिर्फ पैसे और समय नहीं बचाएगा, बल्कि इलाके में नई अर्थक्रांति लेकर भी आएगा । पीएम ने बताया कि पहले लोग फेरी सर्विस से आवाजाही करते थे, अगर मौसम ठीक न रहा तो सर्विस बंद हो जाती हैं । इशके अलावा ब्रह्मपुत्र रुठ जाए तो भी सर्विस रुक जाती थी । अब प्राकृतिक प्रकोप से लोगों की गति मे कोई कमी नहीं आएगी ।