रेटिंग्स फर्म मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने चीन की लॉन्ग टर्म लोकल और विदेशी करंसी रेटिंग को घटा दिया है । मूडीज ने विश्व की दूसरी सबसे बडी इकॉनमी की आर्थिक मजबूती के आने वाले वर्षो में कमजोर होने के अंदेशे के तहत रेटिंग को एए३ से घटाकर ए१ कर दिया है जबकि आउटलुक को स्टेबल से घाटकर नेगेटिव कर दिया है । वर्ष १९८९ के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है । मूडीज ने बयान जारी कर रहा कि चीन की इकॉनमी पर कर्ज बढता ही जा रहा है और विकास में कमी आई हैं । आगामी वर्षो में चीन की आर्थिक मजबूती के कमजोर होने की आशंका के मद्देनजर रेटिंग को घटा दिया गया है । आगामी वर्षो में चीन की आर्थिक मजबूती के कमजोर होने की आशंका के मद्देनजर रेटिंग को घटा दिया गया है । चीन में चल रहे रिफॉर्म से कुछ समय बाद इकॉनमी और आर्थिक सिस्टम में रिफॉर्म संभव हैं, लेकिन इससे इकॉनमी पर बढते कर्ज को रोका नहीं जा सकता है । ऐसे में सरकार पर बोज बढेगा । यह रेटिंग ऐसे समय में आई है जब चीन घटते विकास दर तथा बढते कर्ज की समस्या से जूझ रहा है । रेटिंग में डाउनग्रेडिंग का असर देखने को मिला । मूडीज की घोषणा के बाद चीन का शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स भी शुरुआती ट्रेड के मुकाबले १ फीसदी तक गिर गया वहीं युआन करंसी में अमेरिकी डोलर के मुकाबले ०.१ प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली और ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में भी गिरावट दर्ज की गई । पिछले कुछ महीनों से अथोरिटी ने कर्ज और हाउसिंग रिस्क को कम करने के प्रयासों को शुरु कर दिया है । पहले क्वार्टर में इकॉनमी ६.९ प्रतिशत रही । मूडीज ने कहा कि हमें चीन की सरकार पर कर्ज के २०१८ तक ४० प्रतिशत तक तथा दशक के अंत तक ४५ प्रतिशत हो जाने की उम्मीद हैं ।