देश में राष्ट्रपति चुनाव जल्द ही होने वाले हैं । सत्ता और विपक्ष दोनों ही इसको लेकर अपनी अपनी रणनीति पर काम कर रही है । विपक्ष २६ मई को इसको लेकर संसद भवन में बैठक भी करेगा । लेकिन कांग्रेस को अब भी एक डर सता रहा है । कांग्रेस को डर है कि उसके कई विधायक राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए के उम्मीदवार को वोट कर सकते हैं । एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार पार्टी को अपने महाराष्ट्र और कर्णाटक के विधायकों पर विश्वास नहीं हैं । एक कांग्रेस नेता के अनुसार महाराष्ट्र में लगभग १२ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं । हालांकि महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने इस बात को नकारा है । उनका कहना है कि मुझे नहीं लगता कि हमारे विधायक ऐसा करेंगे । कोंग्रेस को डर है कि भाजपा अभी से ही कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं । अगर शिवसेना राष्ट्रपति चुनावों के दौरान सरकार के साथ नहीं आती है तो भाजपा उनसे संपर्क साध सकती है । इस मुद्दे पर भाजपा नेता का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान में कुछ विस्मयकारी बातें हो सकती है । गौरतलब है कि समूचा विपक्ष कांग्रेस के नेतृत्व में मोदी सरकार को अपनी पसंद का राष्ट्रपति चुनने से रोकना चाहती है । इसको लेकर खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मोर्चा संभाले हुए हैं । कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने इसको लेकर नीतिशकुमार, ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की है ।