शहर में मच्छरजनित ऐसे मलेरिया के केस नियंत्रण में आने की जगह बढ रहे है । इसके साथ ही शहर के कई इलाकों में लगातार प्रदूषित पानी की शिकायतों के बीच पिछले २० दिन में मच्छरजनित और जलजनित ऐसे मलेरिया और उल्टीदस्त के कुल मिलाकर ११३४ केस दर्ज होने पर म्युनिसिपल हेल्थ विभाग और इंजीनियरिंग विभाग लापरवाही की पोल खुल गई है । मिली जानकारी के अऩुसार अहमदाबाद शहर में इस महीने की शुरुआत से २० मई तक शहर के विभिन्न इलाकों में प्रदूषित पानी और गर्मी के कारण उल्टीदस्त के कुल मिलाकर ५७६ केस दर्ज हुए है । म्युनिसिपल हेल्थ विभाग द्वारा घोषित किए गए इस आंकडे में शहर के निजी अस्पतालों के मरीजों के आंकडे को शामिल किया जाए तो यह आंकडा बहुत बडा साबित होगा । शनिवार के दिन म्युनिसिपल कमिशनर की अध्यक्षता मे मिली विधायकों की संकलन समिति की बैठक में कांग्रेस और भाजपा के विधायकों द्वारा उनके इलाकों में पानी और गटर लाईन एक होने के कारण लोगों को पॉल्यूशन वाला पानी मिलता होने की पेशकश की गई । शहर में इस साल की शुरुआत में मई महीने की २० मई तक उल्टीदस्त के कुल मिलाकर २५२४ केस दर्ज हुए हैं । फिर भी हैल्थ और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी की लापरवाही की शिकायतों का निराकरण नहीं आ रहा है । पीलिया के २० दिन में ११७ और टाइफाइड के कुल १५५ केस दर्ज हुए हैं । महत्वपूर्ण बात तो यह है कि शहर के गोमतीपुर वोर्ड में कोलेरा का एक केस दर्ज हुआ है । इसके साथ ही पांच महीने में कोलेरा के १८ केस दर्ज हुए हैं । शहर में पॉल्यूशन की स्थिति गंभीर बनी है । पिछले कुछ दिनों से शहर में तापमान ४३ डिग्री के निकट दर्ज हो रहा था । इस स्थिति में मक्खीजनित बिमारियां नियंत्रण में आनी चाहिए थी । इस महीने में २० दिन में मलेरिया के ५५८ केस दर्ज होने पर तंत्र की लापरवाही सामने आई है । शहर में २० दिन में जहरीले मलेरिया के कुल सात केस, चिकनगुनिया के चार केस और डेंगू के सात केस दर्ज हुए हैं ।