कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के आवास पर मंगलवार सुबह सीबीआई ने छापा मारा है । बताया जा रहा है कि यह छापेमारी आईएनएक्स मीडिया को दी गई मंजुरी के सिलसिले में की गई है । सोमवार को इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी । रिपोट्र्स के मुताबिक चिदंबरम के घर समेत १४ ठिकानो पर छापे मारे गए है । जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने चिदंबर के चेन्नै स्थित घर और पैतृक आवास कराईकुडी में भी छापा के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने कहा है कि मोदी सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती है । उन्होंने कहा, सरकार मुझे लिखने से रोकना चाहती है, जैसा कि वह अन्य विपक्ष के नेताओं, पत्रकारो, स्तंभकारो, एनजीओ, सिविल सोसायटी के साथ कर रही है । सरकार मुझे और मेरे बेटे और उसके दोस्तो को टारगेट करने के लिए सीबीआई और अन्य एजेंसियो का इस्तेमाल कर रही है । आईएनएक्स मीडीया को मंजुरी देने से संबंधितृ आरोपो पर चिदंबरम ने कहा कि एफआईपीबी के अनुशंसा के आधार पर हर मामले में कानुन के हिसाब के कार्रवाई की जाती है, इसमें केंद्र सरकार के पांच सचिव भी शामिल होते है ।
स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने भी छापे की कार्रवाई को राजनीती से प्रेरित बताया है । बता दे कि युपीए सरकार के दौरान आईएनएक्स मीडिया के फंड को एफआईपीबी के जरिये मंजुरी दी गई थी । उस दौरान यह विभाग चिदंबरम के पास था ।
सुत्रो के मुताबिक कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उनकीृृ कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया समुह को विदेशी निवेश के मामले में मंजुरी दिलाने के लिए घुस ली थी । आईएनएक्स मीडीया के मुखिया कभी पीटर मुखर्जी हुआ करते थे जो शीना बोरा मर्डर केस में आरोपी है । बता दे कि कार्ति चिदंबरम एयरसेल मैक्सिस डील में मनी लोन्ड्रिंग के आरोपो का सामना कर रहे है ।