पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त बलूचिस्तान प्रांत में आज पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन के उपाध्यक्ष के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में कम से कम २५ लोग मारे गए है और कम से कम ३५ लोग घायल हुए हैं । पुलिस ने बताया कि धमाका क्वेटा से ५० किलोमीटर दूर मस्टुंग शहर में हुआ । एक टीवी फुटेज में घटनास्थल के पास बुरी तरह से क्षतिगग्रस्त वाहन को दिखाया गया है । संसद के ऊपरी सदन के उपाध्यक्ष अब्दुल गफुर हैदरी ने संवाद समिति को बताया कि धमाके के कुछ देर बाद उन्हें विश्वास हुआ कि उन्हें निशाना बनाया गया है और धमाके में उन्हें हल्की चोटें आई हैं । उन्होंने टेलिफोन पर बताया कि धमाके के वक्त उनका काफिला मस्टुंग की ओर जा रहा था । बहुत सारे लोग इस घटना में हताहत हुए हैं क्योंकि काफिले में काफी लोग शामिल थे । जिला स्वास्थ्य अधिकारी शेर अहमद सताकजाई ने कहा कि मृतकों की संख्या बढकर २५ हो गई है और अस्पताल में भर्ती दस अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है । मस्टुंग पुलिस अधिकारी गजनफार अली शाह ने बताया कि काफिले पर संभवतः आत्मघाती बम हमला किया गया और विस्फोट में कम से कम २५ लोग मारे गए हैं । अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है । उल्लेखनीय है कि बलूचिस्तान में अलगाववादियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ दशकों से गैस संपदा से परिपूर्ण इस प्रांत में अपनी भागीदारी की मांग को लेकर अभियान छेडा हुआ है । अफगानिस्तान और इरान की सीमा से लगे बलूचिस्तान प्रांत में तालिबान और अन्य इस्लामिक आतंकवादी गुट भी सक्रिय हैं ।