राइट टू एज्यूकेशन एक्ट (आरटीई) के तहत कक्षा-१ में प्रवेश के लिए कार्रवाई में किसी न किसी वजह से देरी हो रही है । आरटीई प्रवेश कार्रवाई को लेकर कई आशंका पैदा हो रही है । गत वर्ष पहलीबार ऑन लाइन प्रवेश देने का निश्चित किया गया था । ४ फरवरी २०१७ में गत वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई थी । इस बार पूरा फरवरी महीना और आधा मार्च पूरा होने को आया फिर भी आरटीई के तहत प्रवेश प्रक्रिया का कोई निश्चित नहीं है ।
विभाग और सरकार की तरफ से भी इस मामले में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है । एक समय में १२ मार्च को ऑन लाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जायेगी ऐसी घोषणा करने के बाद अभी भी प्रवेश का कोई निश्चित नहीं है । ङ्खङ्खङ्ख.ह्म्ह्लद्गद्दह्वद्भड्डह्म्ड्डह्ल.्रूह्म्द्द. पर आरटीई एडमिशन २००० १८-१९ विलस्टार्ट आफटर १२ मार्च बताया जा रहा है । १४ मार्च होने के बावजूद भी कोई अपडेट नहीं होने पर गत दिन से अभिभावक डीईओ कार्यालय में चक्कर लगा रहे है । हालांकि डीईओ कार्यालय को भी आरटीई एडमिशन कब शुरू होगा इसकी कोई जानकारी नहीं है । राज्य की निजी स्कूलों के साथ सांगगांठ की वजह से प्रवेश कार्रवाई में देरी हो रही है इस पर चर्चा हो रही है । राइट टू एज्यूकेशन एक्ट के तहत कक्षा-१ में प्रवेश के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है । ऑनलाइन प्रवेश के लिए कार्रवाई पहले २८ फरवरी के बाद और अब १२ मार्च के बाद शुरू की जायेगी ऐसी घोषणा की गई है ।
गत वर्ष फरवरी में ही आरटीई प्रवेश कार्रवाई शुरू हो चुकी थी । गत वर्ष के शेडयूल के संदर्भ में इस वर्ष में प्रक्रिया आज के दिन ३८ दिन लेट चल रही है । अधिकतर स्कूलों में प्रवेश कार्रवाई पूरी होने के बाद आरटीई प्रवेश कार्रवाई शुरू होने की वजह से कई अभिभावक प्रवेश के डर की वजह से पहले से एडमिशन निश्चित करा ले ऐसा होने की वजह से आरटीई कार्रवाई जानबूझकर देरी से करायी होने का आरोप अभिभावक लगा रहे है ।