पाटण कलेक्टर ऑफिस के बाहर आत्मविलोपन करनेवाले भानूभाई वणकर की मौत के बाद दलित नेता और वडगाम स्वतंत्र विधायक जिज्ञेश मेवाणी द्वारा गत दिन अहमदाबाद बंद का ऐलान दिया गया था । जिसकी वजह से अहमदाबाद शहर में कई जगहों पर छोटी -बड़ी घटनाएं हुई थी । उस्मानपुरा होटल स्टारोटेल के विरूद्ध और पीछे के हिस्से में कई दलित युवकों ने गाडी और बाइक में आग लगा दी, इस मामले में वाडज पुलिस ने स्थल पर से गिरफ्तार किया गया था जबकि ३० से ३५ लोगों की भीड़ के विरूद्ध में रायोटिंग की शिकायत दर्ज की गई थी । गत देर रात को जुना वाडज में रामापीर के टेकरा के पास हिम्मतनगर की एक एसटी बस पर भी पत्थरबाजी की गई थी, जिसमें बस के शीशे तोड़ दिए गए थे ।इस मामले में भी वाडज पुलिस स्टेशन में तीन से चार अज्ञात शख्सों के विरूद्द में शिकायत दर्ज करायी गई थी । जिज्ञेश मेवाणी को हिरासत में लेने के बाद अलग-अलग क्षेत्र में दलित युवक रास्ते पर उतर गये थे और जय भीम के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शित किया गया था । आश्रमरोड पर एमपी की चाली तरफ जाने के रास्ते के पीछे एक गाडी और दो से तीन बाइक को कई युवकों ने आग लगा दी थी, जिसकी वजह से वाडज पुलिस स्टाफ घटना स्थल पर पहुंच गया था । पुलिस आने पर ३० से ३५ युवकों का टोला वहां से फरार हो गया था । हालांकि पुलिस ने हितेश श्रीमाली (निवासी-गोविंद मुखी की चाली, जुना वाडज), प्रियंक मकवाणा (निवासी- न्यू चंद्रनगर सोसाइटी, जुना वाडज) और परेश टापरिया (निवासी-एमपी की चाल, जुना वाडज) को गिरफ्तार किया गया था । जुना वाडज क्षेत्र में घटना होने पर पुलिस का बंदोबस्त किया गया था । हालांकि देर रात को ११ बजे अहमदाबाद से हिम्मतनगर की तरफ जा रही बस बस राणिप बस स्टेन्ड की तरफ जा रही थी तब रामापीर के टेकरा के पास तीन से चार अज्ञात शख्स बस के सामने आ गये थे और अचानक बस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी, जिसमें बस के शीशे तोड़ दिए गए थे ।