भारतीय रेलवे ने एक नई पहल की है । रेलवे ने शनिवार को एक वेबसाइट लॉन्च की, जहां उसके १३ लाख कर्मचारी बिना अपनी पहचान बताए सुरक्षा ऑपरेशंस और खतरों को लेकर आंतरिक खामियों की सूचना दे सकेंगे । इन सूचनाओं का इस्तेमाल खामियों को दूर करने और हादसों को रोकने में किया जाएगा । वेबसाइट के जरिए मिली सूचना का इस्तेमाल खतरे के बारे में रिपोर्ट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए साक्ष्य के तौर पर नहीं होगा । शिकायतकर्ता इस बात को लेकर स्वतंत्र है कि वह अपने बारे में जानकारी दे सकता है और नहीं भी । उसकी पहचान चीफ सेफ्टी ऑफिसर के पास सुरक्षित रहेगी । वेबसाइट के मुताबिक, इन डीटेल्स का इस्तेमाल अगर जरूरी हुआ तो केवल अतिरिक्त सूचनाएं जुटाने में होगा या बताए गए खतरे पर की गई कार्रवाई पर फीडबैक के लिए होगा । ऐसी खामियों की सूचना देने वाला व्यक्ति या की गई कार्रवाई की जानकारी भी ले सकता है । शुक्रवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्चिनी लोहानी ने सभी कर्मचारियों को पत्र लिखकर असुरक्षित गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट करने को कहा है । उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि रेेलवे अपने सिद्धांत सेफ्टी फर्स्ट को कायम रखे । व्यवस्थि सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली से खतरों की पहचान कर ट्रेन ऑपरेशस को सुरक्षित बनाया जा सकेगा । इससे हादसे को रोका जा सकेगा । लोहानी ने कहा है कि किसी भी अवैध गतिविधियों या मिसकंडक्ट के मामले में ही संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।
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