बीते दिनों चारा घोटाले के तीसरे मामले में पांच साल की सजा सुनाए जाने के बाद सोमवार को पांचवें मामले में आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए । इस मौके पर उनके बेटे तेज प्रताप यादव भी उनके साथ रहे । इस दौरान लालू के चेहरे से जाहिर हो रहा था कि वह लंबे समय तक जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे । दूसरी ओर उनके कानूनी सलाहकार इस जुगत में लगे है कि सीबीआई जल्द पांचों मामलों में फैसला सुनाए ताकि आगे की कार्रवाई देखी जा सके । असहाय महसूस कर रहे लालू के नाराजगी जाहिर करने के बाद उनके सलाहकारों ने सोमवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में मामले के जल्दी निपटाने की बात कही । लालू के सलाहकार प्रभात कुमार ने बताया, सर्वोच्च न्यायालय के सीबीआई को दिए गए आदेश के बाद चारा घोटाले से जुड़े मामलों पर दिए गए समयानुसार कार्रवाई होनी है । इस लिहाज से ८ फरवरी तक सभी मामलों की सुनवाई हो जाएगी । आरजेडी सुप्रीमो के कानूनी सलाहकार चाहते है कि सीबीआई कोर्ट जल्द चारा घोटाले में बचे दो मामलों पर भी फैसला सुना दे ताकि अगर फैसला लालू के हक में नहीं भी आता है तो वे इसे चैलेंज कर सके और साथ ही साथ जमानत याचिका दायर कर सकें ।
बता दें कि सीबीआई की जांच में लालू चारा घोटाले से जुड़े छह मामलों में से तीन मामलों में दोषी पाए गए है जिनमें ५ मामले झारखंड और एक मामला बिहार में है । झारखंड में चल रहे तीन मामलों में उन्हें सजा सुनाई जा चुकी है जबकि दो मामले बचे है । लालू १३ दिसम्बर २०१३ में पहला मामला चाइबासा कोषागार से अवैध निकासी में सुप्रीम कोर्ट में जमानत हासिल करने में कामयाब रहे थे ।
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