पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा और मौजूदा वित्तमंत्री अरुण जेटली में स्थिति तूतू, मैं-मैं की की आ गई हैं । पहले यशवंत सिन्हा ने अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाए उसके बाद अरुण जेटली ने पलटवार किया । जेटली ने कहा कि कुछ लोग ८० साल की उम्र में जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं । अब यशवंत सिन्हा ने जेटली पर फिर से करारा वार किया हैं । उन्होंने कहा कि अगर मैं नौकरी का आवेदक होता, तो शायद वो पहले नंबर पर ना होते । इस दौरान उन्होंने जो सबसे अहम बात कही वो ये थी कि अगर इस विवाद के काऱण उनके बेटे जयंत सिन्हा के राजनीतिक करियर को नुकसान होता है तो उन्हे इसकी भी परवाह भी नहीं हैं । अरुण जेटली को जवाब देते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर ये राष्ट्रीय हित का विषय हैं तो बाकी सभी हित छोटे हो जाते हैं और अगर इससे कोई नुकसान होता है तो बेशक हो । उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय में बेटे जयंत से कोई चर्चा नहीं हुई हैं । यशवंत ने कहा कि अरुण जेटली मेरी पुष्ठभूमि भूल गए हैं। मैने राजनीति में दर दर की ठोकर खाई हैं । १२ साल की आईएएस की नोकरी बाकी थी जब राजनीति में आ गए । आडवाणी जी ने कहा कि कभी पर्सनल अटैक नहीं करना चाहिए । मैं हर सेक्टर पर चर्चा करने को तैयार हूं । हर सेक्टर में गिरावट हो रही हैं । मैंने राजनीति में आने के कुछ समय के बाद ही अपनी लोकसभा की सीट चुन ली थी । मुझे अपनी लोकसभा की सीट चुनने में २५ साल नहीं लगे हैं । यशवंत बोले कि जिन्होंने लोकसभा की सकल नहीं देगी वो मेरे उपर आरोप लगा रहे हैं । मैंने किसी पर पर्सनल अटैक नहीं किया हैं।
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