रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने हाल ही में पीएम मोदी नरेंद्र मोदी की और से की गई नोटबंदी को इकोनमी के लिए नुकसानदायक करार दिया था । जब आरबीआई एक और पूर्व गवर्नर बिमल जालान ने कहा है कि नोटबंदी से बैंको में जमा राशि में इजाफे समते कई लाभ हुए है, लेकिन इससे काला धन खत्म नहीं हुआ है । पूर्व गवर्नर ने जीएसटी और नोटबंदी से जुडे सवालो के जवाब में कहा, जीएसटी पूरी तरह सही कदम है । हमें इसे जमीन पर सही से लागु होने के लिए डेढ से दो साल का वक्त देना होगा । नोटबंदी को लेकर पहले ही काफी चर्चा हो चुकी है । निश्वि तौर पर इसके कुछ सकारात्मक नतीजे आए है । बैंको में अधिक फंड आया है, लेकिन आप जमीन पर देंखेगे तो ब्लैक मनी खत्म नहीं हुई है । नोटबंदी को लेकर बिमल जालान ने कहा कि जब सरकार कोई कदम उठाती है तो कुछ वर्गो के उससे होने वाली परेशानियों को दुर करने के बारे में भी सोचा जाता है । जैसे किसान कैश में ही लेन देन करते है । हमें यह भी देखना होगा की टैक्सेशन सिस्टम में सुधार के लिए क्या किया जा सकता है । प्रत्यक्ष कर के मामले में हमें लोन्ग टर्म पोलिसी बनानी होगी । ब्याज दरों के निर्धारण को लेकर केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक की अलग अलग राय को लेकर जालान ने कहा कि हम दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र है और यहां फ्री स्पीच है । हालांकि किसी भी फैसले को लेकर विभिन्न पक्षो के बीच सहमति बनाने के प्रयास होने चाहिए । केंद्र की मोदी सरकार की और से किए गए आर्थिक सुधारों को लेकर बिमल जालान ने कहा कि उठाए गए सारे कदम सकारात्मक है और इन्हें जमीन पर उतारा जाना चाहिए । मेक इन इंडिया को प्राथमिकता देना अच्छी पहल है । इसके अलावा डीबीटी और जीएसटी भी सरकार के अच्छे कदमों में से एक है । अब हमें जिस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए, वह है नौकरियों के अवसर पैदा करना ।
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