कर्नाटक के उर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के घर और उनके रिजॉर्ट पर इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार सुबह छापा मारा । लेकिन इस छापे का असर डीके शिवकुमार से कहीं ज्यादा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल पर पड़ता दिख रहा हैं । क्योंकि बंगलुरु के इसी ईगलटन रिजॉर्ट में गुजरात कांग्रेस के आए हुए विधायक ठहरे हुए हैं ।यही वजह हैं कि मोदी सरकार के खिलाफ पूरी कांग्रेस उतर आई हैं । जबकि भाजपा नेता मान रहे हैं कि यह छापा किसी ब्लैक मनी और भ्रष्टाचार पर छापे के खिलाफ हैं । तमाम विपक्षी दलों ने इसे मोदी सरका२र का विच हंट प्रोग्राम बताया हैं । आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने मोदी सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आईटी, ईडी और सीबीआई भाजपा के नये गठबंधन सहयोगी हैं । मोदी इनके जरिये विपक्ष की आवाज को खत्म करना चाहते हैं । गुजरात मॉडल को राष्ट्रीय स्तर लागू कर दिया है, जिस प्रकार गुजरात में वो विपक्ष की आवाज को खत्म करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते थे । उसी तर्ज पर अब राष्ट्रीय स्तर पर आईटी, ईडी और सीबीआई का भाजपा इस्तेमाल कर रही हैं ।वहीं केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने विपक्ष के सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि नियम सबके लिए एक हैं । कांग्रेस के पाप का घड़ा भर गया हैं । छापेमारी को कांग्रेस नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने भाजपा का विच-हंट करार दिया और आरोप लगाया कि भाजपा महज एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए यह सब कर रही हैं । अहमद पटेल ने कहा कि राज्य मशीनरी सहित हर दूसरी एजेसियों के इस्तेमाल अब ये आयकर छापे उनकी हताशा और निराशा को दिखाती हैं ।