बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर बेहद तीखा हमला बोला । आरजेडी के हमलों से तिलमिलाए नीतीश ने तेजस्वी की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि उन्हें जनता ने एक परिवार की सेवा के लिए बहुमत नहीं दिया था । बिहार विधानसभा में नीतीश से पहले तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में भाजपा और जेडीयू पर तीखे हमले बोले । तेजस्वी के बाद जब नीतीश बोलने के लिए उठे तो वह बेहद आक्रोशित अंदाज में अपने पूर्व सहयोगियों पर बरस पड़े । नीतीश ने लालू के परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता लोगों की सेवा के लिए होती है न कि मेवा के लिए । बिहार विधानसभा में पेश विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए नीतीश कुमार ने लोगों से वादा कियैा । अब बिहार में सरकार चलेगी, जनता की सेवा करेगी और भ्रष्टाचार तथा अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । नीतीश ने कहा कि नीतीश ने कहा कि हमने कई समस्याओं का सामना किया बावजूद इसके गठबंधन धर्म का पालन करने का हरसंभव प्रयास किया । परंतु जब स्थिति खराब हो गई और जनता परेशान होने लगी तो इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था । नीतीश ने कहा कि मैं एक एक बात का जवाब दूंगा और समय पर जवाब दूंगा । ये लोग अहंकार में जीने वाले हैं और भ्रम पालते हैं । ये एक पार्टी के अस्तित्व को नकार रहे हैं । कांग्रेस पर बेहद तीखे तंज में नीतीश ने कहा कि आपको १५-२० से ज्यादा मिलने वाला नहीं था मैंने ४० तक पहुंचाया हैं । इसके बाद उन्होंने कहा कि जनता का वोट काम करने के लिए मिला हैं । हमारी प्रतिबद्धता हैं जनता की सेवा करना । किसी एक परिवार की सेवा करने के लिए नहीं हैं । उन्होंने कहा कि मुझे कोई सांप्रदायिकता का पाठ नहीं पढ़ा सकता । आप अपना पाप छिपाने के लिए धर्मनिरपेक्ष बने हैं । महागठन बचाने के लिए मैंने कांग्रेस नेताओं को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने कहा था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया ।
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