कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने सोमवार को वोडाफोन इंडिया और कुमार मंगलम बिड़ला की आइडिया सेल्युलर के प्रस्तावित मर्जर को मंजूरी दे दी । इससे ग्राहकों की संख्या के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी के वजूद में आने की उम्मीद और बढ़ गई हैं । ब्रिटिश कंपनी वोडाफोन ग्रुप पीएलसी की भारतीय यूनिट और आइडिया अभी ग्राहकों की संख्या के लिहाज से देश की क्रमशः दूसरी और तीसरी सबसे बड़ी कंपनियां हैं । दोनों कंपनियों के मिलने के बाद जो कंपनी बनेगी उसके ग्राहकों की संख्या ४० करोड़ होगी और रेवन्यू मार्केट शेयर ४१ पर्सेट होगा । वोडाफोन और आइडिया के साथ आने के बाद बनने वाली कंपनी अपने साइज के दम से रिलायंस जियो इन्फोकोम का मजबूती से मुकाबला कर पाएगी । जिसने देश के टेलिकोम मार्केट में हलचल मचा रखी हैं । जियो इन्फोकोम ने पिछले साल सितम्बर में इस साल मार्च तक अपने ग्राहकों को मुफ्त में वॉयस और डेटा ऑफर किया था । इससे दूसरी टेलिकोम कंपनियों पर बहुत दबाव बना और जाना जा रहा हैं कि इसी वजह से वोडाफोन और आइडिया ने मर्जर का फैसला किया हैं । सीसीआई के मर्जर प्रस्ताव को मंजूरी के बारे में लीगल फर्म आर्दूल अमरचंद मंगलदास एड कंपनी की पार्टनर श्वेता चोपड़ा ने बताया फेज १ में सीसीआई की मंजूरी अच्छी खबर हैं । यह भारतीय मर्जर एंड एक्विजिशन मार्केट और टेलिकोम सेक्टर के लिए खुशखबरी हैं । इशसे टेलिकोम इंडस्ट्री में कैपेसिटी बढ़ाने के लिए और निवेश होगा । मर्जर के प्रस्ताव सेक्टर के लिए खुशखबरी हैं। इससे टेलिकोम इंडस्ट्री में कैपेसिटी बढ़ाने के लिए और निवेश होगा ।
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