अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक रिश्तों में जारी तनातनी से ट्रेड वॉर की स्थिति पैदा हो गई है । जहां एक तरफ गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन से आयात पर ६० अरब डॉलर यानी ३९१० अरब रुपये के टैरिफ की घोषणा की है तो वही इस कदम से बौखलाए चीन ने भी उन अमेरिकी उत्पादों की लिस्ट जारी की है जिस पर वह भारी-भरकम आयात शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है । इस लिस्ट में पोर्क, सेब और स्टील पाइप शामिल है । चीन ने कहा है कि अमेरिका द्वारा स्टील और ऐल्युमिनियम पर लगाए टैरिफ के प्रतिक्रियास्वरूप उसने यह कदम उठाया है । ट्रंप ने अमेरिका की बौद्धिक संपदा को अनुचित तरीके से जब्त करने को लेकर पेइचिंग को दंडित करने के लिए उसपर टैरिफ लगाने का कदम उठाया है । बौद्धिक संपदा की चोरी के मामले की ७ महीने की जांच के बाद ट्रंप ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को चीन से आयात पर ६० अरब डॉलर का टैरिफ लागू करने को कहा है । बौद्धिक संपदा की चोरी के मामले की ७ महीने की जांच के बाद ट्रंपने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधियो को चीन से आयात पर ६० अरब डॉलर का टैरिफ लागू करने का कहा है । ट्रंप ने कहा, हमें बौद्धिक संपदा की चोरी की बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । यह हमे अधिक मजबूत, अधिक संपन्न देश बनाएगा । चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने वॉशिंग्टन से जल्द से जल्द चीनी पक्ष की चिंताओं को सूलझाने के लिए कहा है । चीन की ओर से वार्ता के लिए भी आग्रह किया गया है ताकि दोनों देशों के समग्र व्यापारिक रिश्तों को खराब होने से रोका जा सके । चीन ने अमेरिका की तरफ से लगाए टैरिफ को गंभीर बताया है । जिन उत्पादों पर चीन ने भारी भरकम टैरिफ लगाए जाने की बात कही है उसमें वाइन, सेब और एथनॉल शामिल है । इससे अमेरिका के कृषि क्षेत्र पर असर पड़ेगा, जहां २०१६ के राष्ट्रपति चुनावो में वोटर्स ने ट्रंप को समर्थन दिया था ।
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