अमेरिका ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सरकारी एजेंसियों को आदेश दिया है कि विदेशों में तेजी से हथियारों की बिक्री को विस्तार दिया जाए । इसमें सहयोगी देशों की सेनाओं को अडवांस्ड ड्रोन के निर्यात की बात कही है । वाइट हाउस के हवाले से यह जानकारी सामने आई है । भार जैसे देशों के लिए इस तरह का कदम काफी फायदेमंद हो सकता है ।
वाइट हाउस के प्रेस सेक्रटरी साराह सेंडर्स ने बताया कि ट्रंप ने अमेरिका में बने मानवरहित एरियल सिस्टम के निर्यात के लिए नई प्रशासनिक नीति बनाने की बात भी कही है । यह कदम भारत जैसे देशों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है । भारत बड़ा डिफेंस पार्टनर होने के नाते अमेरिका से बड़ी मात्र में हथियार और सर्विलांस ड्रोन खऱीदने की प्लानिंग कर रहा है । भारतीय सेना ने आने वाले १० साल में ४०० ड्रोन की मांग की है, इनमें कॉम्बैट और सबमरीन से लॉन्च होने वाले रिमोट पायलेटेड एयरक्राफ्ट के साथ-साथ हाई एनर्जी लेजर और हाई पावर माक्रोवेव्स की क्षमता वाले एनर्जी हथियार भी शामिल है । ये हथियार दुश्मन के किसी भी लक्ष्य और सेटेलाइट को तबाह करने में काफी कारगर है । रक्षा मंत्रालय के नए टैक्नाॆलजी पर्सपेक्टिव ऐंड कैपेबिलिटी रोडमैप २०१८ में ऐसी कई सैन्य क्षमताओं की बात कही गई है ताकि २०२० तक की देश की अक्रामक और रक्षात्मक सैन्य अवाश्यकताओं के बारे में जानकारी दी जा सके ।